यदि आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो हो जाएं सावधान - LIFESTYLE BLOG

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यदि आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो हो जाएं सावधान

 

क्या ऑनलाइन शॉपिंग सुरक्षित है? जानिए ई-कॉमर्स फ्रॉड से बचने के  जरूरी टिप्स

यदि आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो हो जाएं सावधान


आपने कभी ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सोचा है कि क्या आप सुरक्षित हैं? क्या आपको अपने ऑर्डर की सही डिलीवरी मिलेगी या फिर कोई सस्ता और खराब क्वालिटी का प्रोडक्ट आपके हाथ लगेगा? इन सवालों के जवाब ढूंढ़ते हुए हम आपको आज के ब्लॉग में बताएंगे कि कैसे आप ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सतर्क रह सकते हैं और ई-कॉमर्स फ्रॉड से बच सकते हैं।


यहां उन सवालों की सूची है जिनके जवाब इस ब्लॉग में दिए गए हैं:

  1. ऑनलाइन शॉपिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
  2. ई-कॉमर्स साइट की विश्वसनीयता कैसे चेक करें?
  3. ऑनलाइन शॉपिंग के समय कोई धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं तो क्या करें?
  4. अगर धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं तो ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

आजकल ई-कॉमर्स वेबसाइट पर लोग ऑनलाइन शॉपिंग करना खूब पसंद करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, कपड़े, फर्नीचर, जूते या ग्रॉसरी का सामान जैसी चीजें गांव हो या शहर, हर जगह आप मंगा सकते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग में समय की बचत के साथ-साथ मनपसंद चीज डिस्काउंट और ऑफर पर भी मिल जाती हैं।

लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग का यह शौक कई बार लोगों को भारी भी पड़ सकता है। आए दिन ऐसी खबरें देखने को मिलती हैं, जहां खरीदे गए सामान की जगह कोई दूसरा सस्ता प्रोडक्ट या खराब क्वालिटी का प्रोडक्ट निकल आता है। इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए जरूरी है कि समय रहते आप सतर्क हो जाएं, जिससे भविष्य में किसी तरह के फ्रॉड का शिकार होने से बच सकें।


ऑनलाइन शॉपिंग करते समय इन 7 बातों का ध्यान रखें:

  1. प्रोडक्ट की रेटिंग चेक करें: ऑनलाइन प्रोडक्ट मंगाने वाले लोगों द्वारा उसकी क्वालिटी को लेकर रेटिंग दी जाती है। यह प्रोडक्ट के नीचे दी होती है। हमेशा ऑनलाइन शॉपिंग करते समय प्रोडक्ट की रेटिंग जरूर चेक करें। प्रोडक्ट की रेटिंग अच्छी है यानी लोगों तक सही क्वालिटी का सामान पहुंचा है। इसके अलावा प्रोडक्ट के नीचे लोगों द्वारा किए गए कमेन्ट्स भी पढ़ना चाहिए।

  2. रिटर्न पॉलिसी देखकर ही खरीदें: किसी भी प्रोडक्ट को मंगाने से पहले उसकी रिटर्न पॉलिसी जरूर चेक करें। जिससे अगर आप प्रोडक्ट की क्वालिटी से संतुष्ट न हों तो उस प्रोडक्ट को बदला जा सके या फिर वापस किया जा सके। प्रोडक्ट वापस करने पर ई-कॉमर्स साइट आपका पेमेंट रिफंड करती है।

  3. सोशल मीडिया पर आए लिंक से बनाएं दूरी: कई बार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर लुभावने ऑफर या डिस्काउंट के साथ कुछ लिंक आते हैं। इस तरह के लिंक फर्जी हो सकते हैं। इन लिंक के जरिए साइबर ठग आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। साथ ही अनजान साइट से शॉपिंग करने से गलत सामान मिलने पर रिटर्न या क्लेम करना भी मुश्किल हो जाता है क्योंकि न तो इनका कोई हेल्पलाइन नंबर होता है और न ही विश्वसनीयता। इसलिए हमेशा भरोसेमंद ई-कॉमर्स साइट्स से ही शॉपिंग करें।

  4. कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन जरूरी: कैश ऑन डिलीवरी (COD) में कस्टमर को ऑर्डर मिलने के बाद पेमेंट करने की सुविधा मिलती है, जिसमें नकद के साथ-साथ UPI या QR कोड स्कैनिंग जैसे डिजिटल पेमेंट ऑप्शन भी होते हैं। इसमें कस्टमर सामान को जांचने के बाद पेमेंट कर सकता है।

  5. डिलीवरी के बाद प्रोडक्ट तुरंत चेक करें: कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं, जिसमें कस्टमर को ऑर्डर खोलने के बाद उसमें पुराना या घटिया क्वालिटी का सामान मिलता है। उस सामान को बाद में लौटाने के लिए लंबे प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। इसलिए हमेशा डिलीवरी बॉय के सामने ही सामान को चेक करना चाहिए। इस दौरान पैकिंग को खोलने का वीडियो बना सकते हैं। इससे क्लेम करने में आसानी होगी।

ई-कॉमर्स साइट की विश्वसनीयता कैसे चेक करें?

अगर किसी वेबसाइट से ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं तो सबसे पहले उस वेबसाइट का एड्रेस जरूर देखें। जैसे वेबसाइट के URL में https है या http। क्योंकि URL में दिए 'S' का मतलब है सिक्योरिटी की गारंटी। यह दर्शाता है कि यह वेबसाइट फेक नहीं है।

ऑनलाइन शॉपिंग के समय कोई धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं तो क्या करें?

कई बार ऐसा देखा गया है कि कस्टमर ने कोई और सामान ऑर्डर किया होता है। लेकिन उसे डिलीवर गलत सामान कर दिया जाता है। अधिकांश मामलों में ई-कॉमर्स कंपनियां शिकायत के बाद गलत सामान डिलीवर होने पर रिफंड कर देती हैं। लेकिन कुछ मामलों में ऐसा नहीं होता है। कंपनियां टर्म्स एंड कंडीशन का हवाला देकर रिफंड देने से इनकार कर देती हैं।

ऑनलाइन शिकायत कैसे कर सकते हैं?

अगर कोई कंपनी खराब प्रोडक्ट देती है तो ऑनलाइन शिकायत के लिए National Consumer Helpline पर लॉगिन करें। इसके बाद अपना ईमेल आईडी डालकर आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद शिकायत से जुड़ी पूरी डिटेल इनवॉइस और ऑर्डर डिटेल्स के साथ सबमिट करें। अगर आपकी शिकायत सही निकलती है तो ई-कॉमर्स कंपनी द्वारा आपको रिफंड मिलेगा। साथ ही मुआवजा भी दिया जाएगा। कंज्यूमर अफेयर डिपार्टमेंट की वेबसाइट के मुताबिक नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) के पोर्टल पर शिकायत मिलने के बाद समाधान के लिए अधिकतम 45 दिनों का समय दिया जाता है। इस पोर्टल पर शिकायतकर्ता को अपनी शिकायत ट्रैक करने का भी ऑप्शन दिया जाता है।

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